स्मृति मानधना (स्मृति मंधाना) माहेश्वरी समाज के सर्वोच्च पुरस्कारों में से एक 'दिव्य भूषण' सम्मान से सम्मानित
Indian cricketer Smriti Mandhana has been honored with Divy Bhushan Award, one of the highest awards of Maheshwari Samaj. This honor is given for the distinguished and notable service done by a Maheshwari person in any field. These Maheshwari Awards have been started by Maheshwari Akhada (whose official name is 'Divyashakti Yogpeeth Akhara'), the highest Gurupeeth of Maheshwari community. This award is given to the recipient by the Peethadhipati of Maheshwari Akhada, who is decorated with the title of Maheshacharya, the highest guru post of Maheshwari community (At the present time Yogi Premsukhanand Maheshwari is the Peethadhipati of Maheshwari Akhada and Maheshacharya). These awards are given on Mahesh Navami.
Only maximum 8 Maheshwari persons can be given the Divy Bhushan Award in one year, it is an international level award. A medal and a citation (honor card) are given in this award. The Divy Bhushan is the third highest Maheshwari award in the Maheshwari community, preceded by the Maheshwari Ratna and the Divy Vibhushan and followed by the Divy Shri Award.
भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी स्मृति मानधना (स्मृति मंधाना) को माहेश्वरी समाज के सर्वोच्च पुरस्कारों में से 'दिव्य भूषण' सम्मान से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान किसी भी क्षेत्र में माहेश्वरी व्यक्ति द्वारा की गई विशिष्ट और उल्लेखनीय सेवा के लिए माहेश्वरी समाज के सर्वोच्च गुरुपीठ, माहेश्वरी अखाड़ा (जिसका आधिकारिक नाम 'दिव्यशक्ति योगपीठ अखाड़ा' है) के द्वारा शुरू किये गए है। यह पुरस्कार "प्राप्तकर्ता" को माहेश्वरी अखाड़े के पीठाधिपति द्वारा दिया जाता है, जो माहेश्वरी समुदाय के सर्वोच्च गुरु पद "महेशाचार्य" की उपाधि से अलंकृत होते हैं (वर्तमान समय में योगी प्रेमसुखानंद माहेश्वरी माहेश्वरी अखाड़े के पीठाधिपति और महेशाचार्य हैं)। ये पुरस्कार महेश नवमी पर प्रदान किये जाते हैं।
एक वर्ष में अधिकतम 8 माहेश्वरी व्यक्तियों को ही दिव्य भूषण पुरस्कार दिया जा सकता है, यह एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार है। इस पुरस्कार में एक पदक और एक प्रशस्ति पत्र (सम्मान पत्र) दिया जाता है। दिव्य भूषण माहेश्वरी समाज में तीसरा सबसे बड़ा माहेश्वरी पुरस्कार है, इससे पहले माहेश्वरी रत्न और दिव्य विभूषण और इसके बाद दिव्य श्री पुरस्कार दिया जाता है।
स्मृति मानधना (स्मृति मंधाना)
स्मृति मानधना एक विख्यात भारतीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी है, जों भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए खेलती है। खेलों में क्रिकेट को ज्यादातर राष्ट्रों में बहुत पसंद किया जाता है। पहले पुरुषों द्वारा क्रिकेट खेले जाने का बहुत महत्व था लेकिन जैसा की हम सब अब जानते ही हैं की महिलाये भी अब किसी क्षेत्र में किसी से पीछे नहीं हैं तो क्रिकेट में कैसे पीछे रह सकती हैं। उन महिला क्रिकेट खिलाडियों में से स्मृति मानधना एक ऐसी खिलाडी हैं जिन्होंने अपने अच्छे प्रदर्शन से न केवल महिलाओं का, पुरे राष्ट्र का, बल्कि समस्त माहेश्वरी समाज का नाम पुरे विश्व में ऊंचा कर दिया है। बाएं हाथ से खेलने वाली बल्लेबाज खिलाडी स्मृति मानधना ने अपने अच्छे प्रदर्शन से न केवल भारत में बल्कि पुरे विश्व में अपने माहेश्वरी समाज का नाम रोशन किया है।
Smriti Mandhana Born, Education and Family (स्मृति मानधना जन्म, शिक्षा और परिवार)
स्मृति का जन्म 18 जुलाई 1996 को मुंबई महाराष्ट्र में हुआ। इनके पिता श्रीनिवास मानधना (फॉर्मर डिस्ट्रिक्ट-लेवरल क्रिकेटर) और माता स्मिता मानधना हैं। इनका एक भाई भी है जिसका नाम श्रवण मानधना (फॉर्मर डिस्ट्रिक्ट-लेवरल क्रिकेटर) है। जब ये मात्र दो वर्ष की थी तब इनके माता पिता माधवनगर, सांगली (महाराष्ट्र) में हमेशा के लिए आ कर बस गए जिसके बाद इनकी पूरी शिक्षा और परवरिश माधवनगर, सांगली में ही हुई। इनका पूरा परिवार क्रिकेट से जुड़ा हुआ और एक क्रिकेट प्रेमी परिवार है। स्मृति का क्रिकेट में आने का मन तब हुआ जब इन्होने अपने भाई को अंडर 16 के लिए राज्य स्तर पर क्रिकेट खेलते हुए देखा। स्मृति मात्र 11 वर्ष की आयु में अंडर 19 के लिए क्रिकेट में शामिल कर ली गयी थीं। क्योंकि स्मृति का परिवार पहले से ही क्रिकेट क्षेत्र की अच्छी जानकारी रखता था इसलिए इनकी माता और भाई इनके खाने पीने (पौष्टिक भोजन) का, एक्सरसाइज का, स्वास्थ्य (फिटनेस) का पूरा ध्यान रखते थे ताकि स्मृति पूरी तरह स्वस्थ रहे और क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर पाएं।
विशेष उल्लेखनीय उपलब्धियां
सितंबर 2016 में, स्मृति ने ब्रिस्बेन हीट टूर्नामेंट के तत्कालीन संस्करण के लिए साइन करने के बाद महिला बिग बैश लीग में खेलने के लिए हस्ताक्षर करने वाली दूसरी भारतीय बन गयी। इस रिकॉर्ड में पहला नाम हरमनप्रीत कौर का है।
स्मृति को साल 2016 में ‘आईसीसी प्लेयर ऑफ द ईयर’ पुरुस्कार भी मिल चूका है। इस खिताब को पाने वाली ये पहली महिला खिलाड़ी हैं।
2018 में चेन्नई सुपरकिंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच आईपीएल क्वालीफ़ायर राउंड से पहले महिला टी20 लीग की तर्ज पर एक प्रदर्शनी मैच का आयोजन किया था जिसमे स्मृति ने कप्तानी की थी।
स्मृति को इंग्लैंड की ‘किया सुपर लीग’ की मौजूदा चैम्पियन वेस्टर्न स्टॉर्म टीम ने जून 2018 अपने साथ जोड़ा है। मंधाना एक ऐसी पहली भारतीय महिला खिलाडी हैं जिन्हे इंग्लैंड की महिला टी-20 लीग के किसी क्लब से जुड़ने का मौका मिला है।
स्मृति को 25 सितम्बर 2018 को भारतीय सरकार ने "अर्जुन पुरुस्कार" से सम्मानित किया है।
*उपरोक्त "प्रशस्ति" दिव्यशक्ति योगपीठ अखाड़ा (माहेश्वरी अखाड़ा) द्वारा प्रकाशित दिव्य भूषण पुरस्कार 2018 की स्मारिका में स्मृति मानधना के बारेमें लिखी गई है।
Smriti Mandhana Domestic career (डोमेस्टिक करियर)
स्मृति ने अपने करियर में सबसे पहली सफलता डोमेस्टिक स्तर पे पाई जब उन्होंने अक्टूबर 2013 में वडोदरा में अल्मबिक क्रिकेट ग्राउंड पर वेस्ट जोन अंडर 19 टूर्नामेंट में गुजरात के खिलाफ महाराष्ट्र के लिए खेलते हुए 150 गेंदों पर 224 रन बना के नाबाद रहीं। इतना ही नहीं ये वो पहली महिला क्रिकेटर हैं जिन्होंने वनडे में दोहरा शतक लगाया। इसके बाद 2016 में वुमन चैलेंजर ट्रॉफी में इन्होने भारत रेड की और से खेलते हुए 3 अर्धशतक लगातार लगाये। इन्ही में 62 रन की एक ऐसी पारी भी शामिल हैं जिससे इन्होने फाइनल में लगाकर टीम को जीत दिलाई थी।Smriti Mandhana International career (अंतर्राष्ट्रीय करियर)
स्मृति अपने अच्छे प्रदर्शन से क्रिकेट में अपनी जगह बना चुकी हैं जिसके कारण इन्हे तीनो फार्म में भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर प्राप्त हुआ। इन्होने अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय खेल बांग्लादेश के खिलाफ 10 अप्रैल 2013 वनडे में खेला था। इसके बाद इन्होने अपने टेस्ट मैच में करियर की शुरुआत 2014 को इंग्लैंड के खिलाफ वोर्म्स्ली पार्क में खेल के शुरू किया था। जिसमे इन्होने दो पारियों में 22 और 51 रन का योगदान दिया। स्मृति के नाम ने तब उचाइयां छूना शुरू कर दिया जब इन्होने 2017 में वर्ल्डकप के दौरान इंग्लैंड के खिलाफ 90 रन और वेस्ट इंडीज के खिलाफ 106 रन बना के अपनी टीम को फाइनल तक ले जाने में मदद की। अब इनको इनके प्रदर्शन के लिए पूरा विश्व जान चूका है।विशेष उल्लेखनीय उपलब्धियां
सितंबर 2016 में, स्मृति ने ब्रिस्बेन हीट टूर्नामेंट के तत्कालीन संस्करण के लिए साइन करने के बाद महिला बिग बैश लीग में खेलने के लिए हस्ताक्षर करने वाली दूसरी भारतीय बन गयी। इस रिकॉर्ड में पहला नाम हरमनप्रीत कौर का है।
स्मृति को साल 2016 में ‘आईसीसी प्लेयर ऑफ द ईयर’ पुरुस्कार भी मिल चूका है। इस खिताब को पाने वाली ये पहली महिला खिलाड़ी हैं।
2018 में चेन्नई सुपरकिंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच आईपीएल क्वालीफ़ायर राउंड से पहले महिला टी20 लीग की तर्ज पर एक प्रदर्शनी मैच का आयोजन किया था जिसमे स्मृति ने कप्तानी की थी।
स्मृति को इंग्लैंड की ‘किया सुपर लीग’ की मौजूदा चैम्पियन वेस्टर्न स्टॉर्म टीम ने जून 2018 अपने साथ जोड़ा है। मंधाना एक ऐसी पहली भारतीय महिला खिलाडी हैं जिन्हे इंग्लैंड की महिला टी-20 लीग के किसी क्लब से जुड़ने का मौका मिला है।
स्मृति को 25 सितम्बर 2018 को भारतीय सरकार ने "अर्जुन पुरुस्कार" से सम्मानित किया है।
*उपरोक्त "प्रशस्ति" दिव्यशक्ति योगपीठ अखाड़ा (माहेश्वरी अखाड़ा) द्वारा प्रकाशित दिव्य भूषण पुरस्कार 2018 की स्मारिका में स्मृति मानधना के बारेमें लिखी गई है।
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