Lingayat Samaj Head Shivakumara Swami Passes Away | Shraddhanjali | Siddaganga Mutt | Seer sri Shivakumar Swamiji | Siddaganga Math | Tumkur

Heartfelt tribute to Seer Sri Shivkumar Swamiji. Irreparable loss to humanity due to the departure of Pujya Shivkumar Swamiji to Shivlok Maheshacharya


Samajguru of Lingayat Veerashaiva community, head of Siddhaganga Math (Tumkuru, Karnataka) seer Sri Shivakumara Swamiji passed away at 111 years of age. Expressing deep grief over his demise, Maheshwari Akhara's Peethadhipati Maheshacharya Premsukhanand Ji Maheshwari Maharaj said that humanity has suffered an irreparable loss due to the demise of Pujya Shivkumar Swami Ji. On behalf of the entire Maheshwari community, heartfelt tribute to his sacred memory! Many politicians and religious leaders, including President Ramnath Kovind, Prime Minister Modi and the Chief Minister of Karnataka, have expressed grief over the demise of Saint Shivkumar Swami Ji.

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Sri Shivakumara Swamiji was well known for his philanthropic activities. In recognition of his social work, he was conferred with the third-highest civilian award of India, Padma Bhushan, in 2015 and the Karnataka Ratna in 2007. In the year 1965, Karnataka University conferred Swamiji an honorary degree of Doctor of Literature.

श्री श्री शिवकुमार स्वामीजी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि !


लिंगायत समाज के समाजगुरु, सिद्धगंगा मठ (तुमकुरू, कर्नाटक) के प्रमुख श्रीश्री शिवकुमार स्वामीजी का सोमवार (21 जनवरी) को शिवलोकगमन हो गया। वे 111 साल के थे। उनके निधन पर गहरा दुख जताते हुए माहेश्वरी अखाड़े के पीठाधिपति महेशाचार्य प्रेमसुखानन्द जी माहेश्वरी महाराज ने कहा कि पूज्य शिवकुमार स्वामी जी के शिवलोकगमन से मानवता की अपूरणीय क्षति हुई है। समस्त माहेश्वरी समाज की ओरसे उनकी पावन स्मृति को भावपूर्ण आदरांजलि ! संत शिवकुमार स्वामी जी के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी, प्रधानमंत्री मोदी और कर्नाटक के मुख्यमंत्री समेत अनेको राजनेताओं व धर्मगुरुओं ने शोक जताया है।

महंत शिवकुमार स्वामी लिंगायत समाज के समाजगुरु के रूप में पहचाने जाते हैं। शिवकुमार स्वामी जी को कर्नाटक राज्य के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार 'कर्नाटक रत्न' से सम्मानित किया जा चुका है। साल 2015 में लिंगायत संत शिवकुमार स्वामी को भारत सरकार पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित कर चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई दिग्गज नेता उन्हें अपना गुरु मानते हैं।

सिद्धगंगा मठ, जो बेंगलुरू से 70 किलोमीटर दूर टुमकूर में स्थित है को लिंगायत समुदाय की सबसे शक्तिशाली धार्मिक संस्थाओं में गिना जाता है के मठाधिपति, लिंगायत-वीरशैव समुदाय से संबंध रखने वाले श्री शिवकुमार स्वामी जी को जीवित भगवान का दर्जा दिया गया था और उनको 12वीं शताब्दी के समाज सुधारक बसावा का अवतार भी माना जाता था। उन्होंने समाज में स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान किया। स्वामी जी की प्रसिद्धि आध्यात्मिक गुरु, मानववादी और शिक्षाविद के रूप में भी रही। संत श्री शिवकुमार स्वामी न केवल लिंगायतों के धार्मिक गुरु थे, न केवल लिंगायत समाज के समाजगुरु थे बल्कि एक समाज सुधारक भी थे।

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